सौरभ वीपी वर्मा
दिन प्रतिदिन देश प्रदेश के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं ,गरीबी , बेरोजगारी ,महंगाई एवं असमानता इस देश की सबसे बड़ी समस्या हो चुकी है। आज पढ़े लिखे युवाओं के पास रोजगार नही है , टहलने ,घूमने ,देश प्रदेश को देखने और उसमें अपना व्यवसाय खोजने के लिए उनके पास पैसा ही नही है कि वह देश का भ्रमण कर अपनी जगह की तलाश करें। सरकार भी मजे में है क्योंकि उसे पता है कि 5 किलो राशन पाकर इस देश का बहुत बड़ा तबका पेट भरकर मस्त है और वह इसी में खुश है ।
इस समय धर्म के नाम पर देश के कोने कोने में बहुत बड़ा प्रोपगंडा चल रहा है ,कहीं हिंदू बनाम मुस्लिम है तो कहीं मुस्लिम बनाम हिंदुत्व चल रहा है जिसमें ज्यादा संख्या में जाहिल लोग शामिल हैं जिनके पास अपना कोई सोच और विचारधारा नही है वह राजनीति दलों के हथियार बन कर देश में दंगा ,फसाद ,वैमनस्यता का बढ़ावा दे रहे हैं।जबकि इन युवाओं को नही पता है कि उनकी जिंदगी गर्त में जा रही है ।
जब देश के युवाओं को सरकार से सवाल करने की जरूरत है ,रोजगार के साधन एवं संसाधन के साथ नौकरी की मांग करने की जरूरत है ,अच्छी शिक्षा और अच्छी चिकित्सा की मांग करने की जरूरत है , देश के संसाधनों को बेचने और उसको निजी करण से रोकने की मांग करने की जरूरत है , देश के खनिज पदार्थों को कारपोरेट घरानों को बेचने की जगह सरकारी उपक्रमों को बेंचा जाए इसकी मांग की जरूरत है तब इस देश के युवा व्हाट्सएप और फेसबुक मंत्री बने घूम रहे हैं ।