चाइल्ड लाइन को पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाई जिसके बाद थानाध्यक्ष और एक महिला सहित 6 लोगों पर रेप का मामला दर्ज किया गया है। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं घटना के बाद से फरार हुए थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने आरोपितों को पकडने के लिए टीमें गठित की हैं।
सोमवार को ललितपुर चाइल्ड लाइन की टीम 13 साल की नाबालिग किशोरी व उसकी मां को लेकर पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची। पीड़िता की मां ने बताया कि 22 अप्रैल को कस्बा पाली निवासी चंदन, राजभान, हरीशंकर व महेंद्र चौरसिया द्वारा उसकी 13 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहला फुसलाकर भोपाल ले जाया गया। जहां पर उसकी पुत्री को तीन दिन लगातार स्टेशन के पास गलियों में छिपाकर रखे रहे और उसके साथ लगातार रेप करते रहे।
मां के अनुसार 25 अप्रैल को चारों लड़के उसकी पुत्री को थाने में दरोगा के पास छोड़कर भाग गये। दरोगा ने लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया। 27 अप्रैल की सुबह थाने में लड़की को फिर से बुलाया गया। थाने में लड़की का बयान लिया गया और शाम हुई तो थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज द्वारा लड़की के साथ कमरे में ले जाकर रेप किया गया। बाद में लड़की को उसकी मौसी को सौंप दिया गया, जिसकी कोई भी सूचना लड़की के माता पिता को नहीं मिली।
यही नहीं 30 अप्रैल को लड़की को पुनः थाने में बुलाया और थानाध्यक्ष द्वारा बच्ची को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया। जब चाइल्ड लाइन में बच्ची की कांउसलिंग की गई तो बच्ची द्वारा यह सारी घटना बताई गई। इस मामले में पुलिस ने आरोपी थानाध्यक्ष पाली तिलकधारी सिंह सरोज, चंदन, राजभान, हरीशंकर, महेन्द्र चौरसिया व एक महिला के विरुद्ध धारा 363, 376, 376बी, 120बी व पोक्सो एक्ट एवं एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
इधर पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक ने बताया कि मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं थानाध्यक्ष को निलंबित कर लाइन में अटैच किया गया था, लेकिन थानाध्यक्ष फरार हो गया है। उन्होंने बताया कि आरोपितों को पकड़ने के लिए टीमें लगी हुई हैं, वहीं नाबालिग पीड़िता का मेडीकल परीक्षण कराया गया है।
यही नहीं 30 अप्रैल को लड़की को पुनः थाने में बुलाया और थानाध्यक्ष द्वारा बच्ची को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया। जब चाइल्ड लाइन में बच्ची की कांउसलिंग की गई तो बच्ची द्वारा यह सारी घटना बताई गई। इस मामले में पुलिस ने आरोपी थानाध्यक्ष पाली तिलकधारी सिंह सरोज, चंदन, राजभान, हरीशंकर, महेन्द्र चौरसिया व एक महिला के विरुद्ध धारा 363, 376, 376बी, 120बी व पोक्सो एक्ट एवं एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
इधर पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक ने बताया कि मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं थानाध्यक्ष को निलंबित कर लाइन में अटैच किया गया था, लेकिन थानाध्यक्ष फरार हो गया है। उन्होंने बताया कि आरोपितों को पकड़ने के लिए टीमें लगी हुई हैं, वहीं नाबालिग पीड़िता का मेडीकल परीक्षण कराया गया है।