रामपुर - रामपुर में वाहन की टक्कर से बस्ती के युवक की मौत हो गई। हादसा मंगलवार की रात शाहबाद इलाके में हुआ। पैदल जा रहे युवक को वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों ने निजी वाहन से उसे अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शिनाख्त न होने पर सीएचसी शाहबाद के चिकित्सकों ने शव को जिला अस्पताल भेज दिया। बुधवार को शव की पहचान हो गई। युवक बस्ती का रहने वाला था जिसका नाम प्रमोद 27 था ,1 साल पहले ही उसकी शादी हुई ही। वह परिवार का इकलौता बेटा था।
बस्ती जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के सेल्हरा गांव का रहने वाला प्रमोद पुत्र प्रेम सागर चौधरी करीमगंज के राणा शुगर मिल में काम करता था। परिजनों के अनुसार प्रमोद 27 अक्टूबर हो ही मिल में काम करने था। उसे इलाके के ही सुगरहा गांव का रहने वाला ठेकेदार जगदीश चौहान लेकर गया था। मंगलवार की रात ठेकेदार ने उसे चाय लाने के लिए भेज दिया। इस दौरान मिल के पास वाहन ने प्रमोद को रौंद दिया। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हुआ। आसपास के राहगीरों ने उसे सीएचसी शाहबाद पहुंचाया। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पहचान में जुटी थी पुलिस
चिकित्सकों की सूचना पर पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। शव की शिनाख्त कराने की कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद शव को जिला अस्पताल भिजवा दिया। बुधवार को मिल के ठेकेदार के जरिए युवक की पहचान हुई। इसके बाद परिजनों को सूचना दी गई। परिवार के लोग रामपुर के लिए रवाना हो गए।
2 बहनों का इकलौता भाई था युवक
परिजनों के मुताबिक प्रमोद 2 बहनों में सबसे छोटा था। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। प्रमोद की भी एक साल पहले ही शादी हुई थी। हादसे की सूचना के बाद विवाहिता का भी रो-रोकर बुरा हाल है। प्रमोद की मां की तबीयत भी ठीक नहीं रहती है। उन्हें सांस की बीमारी है। काफी समय से उनका इलाज चल रहा है। प्रमोद के पिता प्रेम सागर किसान हैं। परिवार को सहारा देने के लिए ही प्रमोद काम करने गया था।
कपड़ों में उलझा मिला कार का साइड मिरर
हादसे में जान गंवाने वाले युवक के कपड़ों में जिस वाहन से हादसा हुआ उसका साइड वाला शीशा उलझा हुआ मिला। इसी से हादसे के बारे में जानकारी हो पाई। मामले में परिजनों ने ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हादसे के बाद जब प्रमोद नहीं लौटा तो ठेकेदार ने उसके बार में कोई जानकारी ही नहीं की। वह अपने कार्य में ही व्यस्त रहा। बुधवार की सुबह हादसे की जानकारी हो पाई।
प्रबंधक बोले-ठेकेदार की है जिम्मेदारी
हादसे के बारे में राणा शुगर मिल के प्रबंधक केपी सिंह का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से हादसे की जानकारी हुई। मरने वाला युवक कौन था, इसके बारे में उन्हें नहीं मालूम। मिल के पंजीकृत ठेकेदार के अंडर में वह काम करता था। मिल ठेकेदार को पेमेंट देती है। उनके अंडर में काम करने वालों का मिल कोई हिसाब नहीं रखती है। ठेकेदार को ही परिवार को आर्थिक मदद मुहैया करानी चाहिए। ठेकेदार के अंडर काम करने वाले लोगों की पूरी जिम्मेदारी ठेकेदार की ही होती है।