बस्ती- प्रधान और सचिव ने किया जमकर घोटाला ,बिना काम कराए लिया लाखों का भुगतान - तहक़ीकात समाचार

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रविवार, 6 नवंबर 2022

बस्ती- प्रधान और सचिव ने किया जमकर घोटाला ,बिना काम कराए लिया लाखों का भुगतान

सौरभ वीपी वर्मा
बस्ती- एक तरफ सरकार द्वारा समग्र एवं समेकित विकास के नाम पर ग्राम पंचायतों को भारी-भरकम बजट देती है ताकि ग्रामीण क्षेत्र में जीवन यापन करने वाले लोगों के जीवन में खुशहाली आए और गांव में पानी निकासी , स्वच्छ पेयजल , नाली , नाला ,खड़ंजा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित हो पाए लेकिन स्थानीय स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते गांधी जी द्वारा देखे गए ग्राम स्वराज के सपने को 7 दशक बाद भी साकार होता नही दिखाई दे रहा है।
ताजा मामला बस्ती जनपद के सल्टौआ विकास खण्ड के ग्राम पंचायत भादी का है जहां पर भ्रष्टाचार और घोटाले की बू आ रही है । ग्राम पंचायत भादी में ग्राम प्रधान द्वारा सुशांत शुक्ला और राम शंकर के घर के सामने 2 हैंडपंप रिबोर का काम दिखा कर 57000 रुपये का भुगतान लिया गया है लेकिन जब दोनों हैंडपंप की स्थिति का जायजा लिया गया तब पता चला कि बिना कोई काम कराए फर्जी बिल वाउचर लगाकर प्रधान द्वारा हैंडपंप रिबोर के नाम पर भुगतान कर लिया गया  ।जिन दो घरों के सामने हैंडपंप रिबोर दिखा कर पैसे का भुगतान किया गया है वहां पर कोई काम नही हुआ जबकि पैसे का भुगतान जुलाई 2022 में ही हुआ है वहीं प्रधान द्वारा रामशंकर के घर के सामने लगे हैंडपंप के पाइप को भी अपने कब्जे में ले लिया गया और हैंपम्प का ऊपरी हिस्सा उखाड़ कर उनको दे दिया गया । इसी प्रकार 58,000 रुपये का भुगतान दो और हैंडपंप के रिबोर पर लिया गया लेकिन जिस चौरसिया के घर के सामने हैंडपंप का रिबोर दिखाया गया है वह हैंडपंप 20 वर्ष से बंद पड़ा हुआ है ।
ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार और लूटपाट का सिलसिला यहीं नहीं रुकता सरकार द्वारा चलाई जा रही सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी योजना पंचायत भवन के नाम पर भी यहां जमकर लूटपाल किया गया । ग्राम पंचायत भादी खुर्द में जो पंचायत भवन बना है वह करीब एक दशक पुराना है लेकिन उसके रंग पेंट मरम्मत के नाम पर 1,94,872 रुपया भुगतान लिया गया वहीं पंचायत भवन में कुर्सी मेज ,कंप्यूटर ,सीसीटीवी ,पंखा ,दरी आदि के नाम पर 1,54,000 रुपये का भुगतान लिया गया है लेकिन न तो पंचायत भवन में सीसीटीवी लगा हुआ है न दरी ,पंखा आदि की कोई व्यवस्था दिखाई दे रहा है इससे ऐसा स्पष्ट है कि ग्राम प्रधान एवं सचिव के मिलीभगत से पंचायत भवन के नाम पर करीब ढाई लाख रुपये का भुगतान हुआ है लेकिन पंचायत भवन को स्थापित करने के लिए लाखों रुपये का खर्च भी नही किया गया  , बल्कि खर्चे दिखा कर लाखों रुपये का का बंदर बांट कर लिया गया है ।
पंचायत भवन और हैंडपंप के नाम पर मनमानी तरीके से पैसा निकालने के बाद ग्राम प्रधान और सचिव यहीं पर विराम नही देते वह महत्वाकांक्षी योजना में सेंधमारी में लगे हुए हैं । एक तरफ ग्राम पंचायतों के प्रधान बजट न होने का रोना रोते नजर आ रहे हैं दूसरी तरफ ग्राम पंचायत भादी में संचालित गौशाला में रंगाई पोताई के नाम पर 81,000 रुपये का भुगतान लिया गया है । इस तरह से सरकारी धन को मनमानी तरीके से खर्च करने पर सवाल खड़ा होता है कि आखिर ये ग्राम पंचायत के विकास के हित में है या फिर सरकारी धन को सुनियोजित तरीके से लूटने का प्लानिंग ।ऐसे सवालों की जवाबदेही प्रधान और सचिव से जनता को तो मांगनी ही चाहिए।
    गौशाला जिस पर रंगाई के नाम पर 81 हजार खर्च 

इस सम्बंध में खंड विकास अधिकारी सुशील कुमार पाण्डेय से बात हुई तो उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं को जनता के बीच पहुंचाना है ,लेकिन यदि कोई प्रधान और सचिव इस तरह का काम कर रहा है तो इसकी जांच करवाकर कड़ी कार्यवाई की जाएगी । उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में खर्च किये गए धन की जांच की जाएगी ।


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