बिना पंजीयन कारोबार करने वाले प्रतिष्ठानों के विरुद्ध लगातार चौथे दिन वाणिज्य कर विभाग जीएसटी का छापेमारी अभियान जारी रहा. गुरुवार को गोरखपुर-बस्ती मंडल में एक साथ 22 टीमों ने छापेमारी कर 24 प्रतिष्ठानों के कागजात खंगाले. इस दौरान टीमों ने 1.83 करोड़ रुपए का गोलमाल पकड़ा जिसे देखते हुए व्यापारियों ने 18 लाख रुपए कर जमा कराए.
एडिशनल कमिश्नर ग्रेड दो , देव मणि शर्मा ने बताया कि यह अभियान एडिशनल कमिश्नर ग्रेड एक विमल कुमार राय के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। इसी के तहत चौथे दिन पूरे जोन में चिह्नित प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। विभिन्न टीमों ने गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, संतकबीर नगर के 24 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। गोरखपुर में रेस्टोरेंट, मेडिकल स्टोर, चश्मा घर, हार्डवेयर की दुकानों पर छापेमारी हुई। सोनौली, मेडिकल रोड, महराजगंज में शीशे की दुकान के साथ पोल्ट्री फार्म पर छापेमारी हुई। संतकबीर नगर में फुटवियर तो वहीं कुशीनगर में चश्मा और हार्डवेयर की दुकान पर छापेमारी हुई। एडिशनल कमिश्नर ने बताया कि छापेमारी का उद्देश्य बिना पंजीयन के कारोबार करने वाले प्रतिष्ठानों द्वारा पंजीयन कराया जाना है। बिना पंजीयन के कारोबार होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है।
जीएसटी विभाग की छापेमारी का खौफ प्रमुख बाजारों में साफ दिख रहा है। छापेमारी से व्यापारियों में गुस्सा है। जिससे शुक्रवार को भी भानपुर ,सोनहा ,गौर , बभनान , हरैया , बनकटी ,नगर बाजार आदि प्रमुख बाजारों में बंदी दिखाई पड़ा । विभिन्न टीमों ने गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, संतकबीर नगर के 22 टीमों ने 24 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। 1.83 करोड़ रुपए गोलमाल पकड़ा और 18 लाख रुपए जमा कराए।