Amit mohan ,pranjal yadav
लखनऊ के महेश चंद्र श्रीवास्तव ने साल 2021 में लोकायुक्त के यहां सीएचसी के निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। इसमें कहा गया था कि निर्माण का काम चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड को दिया था। सहकारी संघ में कई साल से मुख्य अभियंता (विद्युत) का पद खाली होने के बावजूद बिजली के काम के टेंडर निकाले गए। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अफसरों के इशारे पर उनकी चहेती फर्मों को काम दे दिया गया। यह भी आरोप है कि फायर फाइटिंग का काम उन कंपनियों को दे दिया गया, उन्हें इसका कोई अनुभव नहीं था।
अमित मोहन प्रसाद
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में अपर मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे। अभी अपर मुख्य सचिव MSME हैं।
प्रांजल यादव
- चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण में सचिव के पद पर तैनात थे। अभी सचिव MSME हैं।
- स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन संयुक्त सचिव प्राणेश चंद्र शुक्ला, अपर निदेशक (विद्युत) डीके सिंह और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग अनुभाग छह के अनुभाग अधिकारी चंदन कुमार रावत भी जांच के दायरे में।
- जांच का दायरा बढ़ने पर कार्यदायी संस्था उत्तर राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड के अफसर भी रेडार पर आएंगे।
उप लोकायुक्त की प्राथमिक जांच में भ्रष्टाचार के तमाम आरोप सही पाए गए हैं। आरोपित अफसरों से जवाब मांगा गया है।