लखनऊ: केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर के घर हुई हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. शराब का नशा और फिर जुआ में हार-जीत इस कत्ल का कारण बनी. जुआ की हारी हुई रकम को लेकर विवाद हुआ और फिर झगड़ा हुआ. इस बीच पिस्टल भी निकल आयी और फिर छीना झपटी में गोली चल गयी, जो विनय श्रीवास्तव की मौत का कारण बनी.
मात्र 12 घंटे में लखनऊ पुलिस ने इस हत्याकांड का जो खुलासा किया है, उसका लब्बोलुआब यही है. पुलिस ने शुक्रवार शाम को आयोजित प्रेस कांफ्रेस में बताया कि विनय श्रीवास्तव जुआ खेलते अंकित से लगभग 15 हजार रुपये हार गया था. विनय अभी और जुआ खेलना चाहता था लेकिन अंकित ने इसके लिये मनाकर दिया. इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी शुरू हो गयी. नशे में होने के कारण बात और आगे बढ़ गयी. पुलिस का कहना है कि विनय श्रीवास्तव ने बेड के नीचे रखी मंत्री के बेटे विकास किशोर की पिस्टल निकाल ली. पिस्टल की छीना झपटी में गोली चली और विनय श्रीवास्तव को लग गयी. जिससे उसकी मौत हो गयी. पुलिस ने इस मामले में अंकित, शमीम और अजय को गिरफ्तार किया है.
एफआईआर नामित अजय रावत पुत्र सुरेश रावत निवासी बेगरिया बालाजी मंदिर थाना दुबग्गा लखनऊ , अंकित वर्मा पुत्र सरजू प्रसाद निवासी बर्रा रोड पुराना तोपखाना बालागंज थाना ठाकुरगंज लखनऊ , शमीम उर्फ बाबा पुत्र मेहदी निवासी सीते बिहार कालोनी दुबग्गा थाना दुबग्गा लखनऊ को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारम्भ की गयी तो ज्ञात हुआ कि घटना के पूर्व विकास किशोर उर्फ आशु के घर में मृतक विनय, आरोपियों अजय रावत, अंकित वर्मा व शमीम उर्फ बाबा एवं 02 अन्य सौरभ रावत एवं अरुण प्रताप सिंह उर्फ बन्टी के साथ जुआ खेल रहा था। जुआ खेलने के पूर्व इन लोगों ने शराब भी पिया था। जुआ खेलने के क्रम में मृतक विनय श्रीवास्तव लगभग 12,000/- रुपये हार गया था। कुछ समय बाद अंकित वर्मा, अजय रावत व शमीम के कहने पर जुए का खेल बन्द हो गया और सौरभ रावत एवं अरुण प्रताप सिंह उर्फ बन्टी जुए में प्राप्त रकम को लेकर वहाँ से चले गये। विनय इस बात को लेकर अजय, अंकित व शमीम से नाराज हो गया और कहने लगा कि तुम लोगों ने प्लानिंग के तहत गेम बन्द करा दिया और सौरभ रावत एवं अरुण प्रताप सिंह उर्फ बन्टी को यहा से हटा दिया है। तुम लोगों के कारण मै पैसा हार गया हूँ। यदि गेम चालू रहता तो मै पैसा वापस जीत जाता। इस बात को लेकर आपस में वाद-विवाद होने लगा। अंकित, अजय व शमीम मृतक विनय द्वारा लगाये गये आरोप को लेकर उत्तेजित होकर मृतक विनय से हाथापाई करने लगे। जिससे मृतक की शर्ट की बटन टूट गया व उसकी शर्ट फट गयी। खीचा तानी एवं मारपीट के दौरान मृतक विनय का शर्ट शरीर से अलग हो गया। इस पर विनय आक्रोशित हो गया कि तुम तीनों मिल गये हो और मेरे दुश्मन हो। वाद-विवाद ज्यादा बढ़ गया तब बेड पर तकिये के नीचे रखी हुयी विकास किशोर उर्फ आशू की लाइसेंसी पिस्टल को झपट कर अंकित ने निकाल लिया और अंकित वर्मा, अजय रावत एवं शमीम उर्फ बाबा ने मिलकर विनय श्रीवास्तव को पकड़कर पिस्टल से उसके माथे पर गोली मारकर हत्या कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। इन तीनों अभियुक्तों ने घटना क्रम को समान रुप से स्वीकार किया है।
गिरफ्तारी करने वाली टीम
1- प्रभारी निरीक्षक श्री विकास कुमार, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 2- अति0नि0 श्री अजय कुमार, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 3- व0उ0नि0 श्री अशफाक अहमद, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 4- उ0नि0 श्री परवेज अंसारी, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 5- 30नि0 श्री कर्ण प्रताप सिंह, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 6- हे0का0 गोपाल गिरि, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 7- हे0का0 उदय यादव, थाना ठाकुरगंज लखनऊ । 8- का0 नाहर सिंह, थाना मलिहाबाद लखनऊ। 9- का) वीरेन्द्र कुमार, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 10- का0 नरेंद्र कुमार, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 11- का शिवम सिंह, थाना ठाकुरगंज लखनऊ। 12- सर्विलांस टीम डीसीपी पश्चिमी लखनऊ।