सौरभ वीपी वर्मा
आंद्रा वामसी 13 अगस्त 1985 को आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में हुआ था। बीटेक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी की जिसमें 29 अगस्त 2011 को इनका चयन आईआईए के रूप में हुआ । उसके बाद प्रशिक्षण पूरा होने के बाद इन्हें पहली तैनाती पीलीभीत में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर मिल उसके बाद मुरादाबाद जिले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर रहे । उसके बाद मुख्य विकास अधिकारी मुरादाबाद फिर प्रयागराज बनाये गए। 2017 में वासमी कुशीनगर के जिलाधिकारी बनाये गए वहां से उन्हें
विशेष सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, उत्तर प्रदेश शासन में बनाया गया ।2018 अपर रजिस्ट्रार (बैंकिंग), सहकारिता विभाग बनाये गए । उसके बाद उन्हें झांसी का जिलाधिकारी बनाया गया वहां से उन्हें प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया उसके बाद कौशल विकास मिशन एवं निदेशक, प्रशिक्षण एवं रोजगार, उ.प्र.बनाये गए। अब बस्ती से जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के तबादले के बाद एवं दिव्या मित्तल को प्रतीक्षा सूची में भेजने के बाद आंद्रा वासमी को बस्ती का नए जिलाधिकारी के रूप में भेजा गया है।
झांसी में डीएम रहते विवादों में रहे आंद्रा वासमी
झांसी जिले में डीएम रहते हुए आंद्रा वासमी काफी विवादों में भी रहे हैं जहां उन्होंने अपने निजी संबंधों के दम पर ईटीवी के पत्रकार को चैनल से निष्कासित करवा दिया था ,बाद में पत्रकार के शिकायत के बाद आंद्रा वासमी को शासन ने प्रतीक्षा सूची में भेज दिया था ।आंद्रा वासमी के हटाये जाने के बाद वहां के लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि एक भ्रष्ट युग खत्म हुआ। अब बस्ती में जिलाधिकारी और पत्रकारों का व्यवहार कैसा रहेगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा।