उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां जमीनी विवाद में हुए खूनी संघर्ष में ईंट से और धारदार हथियार से काट-काट कर 6 लोगों की हत्या कर दी गई, एक 8 साल का मासूम गंभीर रूप से घायल है. इस घटना के बाद गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से अफसरों को मौके पर भेजकर रिपोर्ट तलब की है.
पूरा मामला रुद्रपुर कोतवाली थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव का है. बताया जा रहा है कि गांव में दो परिवारों के बीच जमीन को लेकर पुराना विवाद था. सोमवार सुबह 8.30 बजे के करीब दोनों परिवारों में फिर विवाद शुरू हु गया. विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों की तरफ से लाठी, डंडे, धारदार हथियार और बंदूकें निकल आईं. देखते ही देखते दोनों पक्ष एक दूसरे पर फायरिंग और धारदार हथिया से हमलावर हो गए. बताया जा रहा है कि एक पक्ष के पांच और दूसरे पक्ष के एक लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं. एक पक्ष के गृह स्वामी, उनकी पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे की मौत हुई है, दूसरे पक्ष से एक पूर्व ग्राम प्रधान की मौत हुई. वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मकहमे में हड़कंप मच गया. डीएम, एसपी समेत कई आला अफसर मौके पर पहुंचे. कई थानों की पुलिस को बुला लिया गया. फिलहाल, मौके पर अफसर मामले की छानबीन में जुटे हैं.
मिली जानकारी के अनुसार फतेहपुर के लेहड़ा टोले के रहने वाले सत्यप्रकाश दुबे के भाई साधू दुबे ने 2014 में अपने हिस्से की 10 बीघा जमीन अभयपुर टोला निवसी प्रेमचंद यादव को बेच दी थी. इस जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. सोमवार सुबह 7 बजे के करीब प्रेमचंद यादव बाइक से खेत पहुंचे और फिर सत्यप्रकाश दुबे के घर पहुंचे। जहां दोनों में विवाद हुआ. जिसके बाद सत्यप्रकाश दुबे ने प्रेमचंद की गला रेतकर हत्या कर दी. इसकी खबर जैसे ही प्रेमचंद के परिवार और उनके टोले को हुई तो वे आक्रोशित हो उठे. इसके बाद गुस्साए लोग, लाठी, डंडे, बन्दूक से लैस होकर सत्यप्रकाश दुबे के घर पर हमला बोल दिया। घर में घुसकर सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी, दो बेटी और एक बेटे की धारदार हथियार से हत्या कर दी. इस हमले में सत्यप्रकाश दुबे का एक 8 साल का बच्चा घायल है, जिसका इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में चल रहा है.
इस घटना में सत्यप्रकाश दुबे, पत्नी किरण दुबे, बेटी सलोनी, नंदनी, बेटा गांधी और प्रेमचंद यादव की मौत हो गई. इस हत्याकांड के बाद देवरिया से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया. तनाव को देखते हुए गांव में फोर्स की तैनाती की गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी लखनऊ से अफसरों को मौके पर भेजकर रिपोर्ट तलब की है. मामले में अभी तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
देवरिया में हुए खूनी संघर्ष पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुःख जताया. उन्होंने कहा, ‘जनपद देवरिया की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत दुःखद एवं निंदनीय है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. एडीजी/ कमिश्नर/आईजी को मौके पर पहुंचकर कठोरतम कार्यवाही तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं.