बस्ती-नायब तहसीलदार के मामले में आरोपी नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला द्वारा जांच को प्रभावित करने के लिए तीसरे व्यक्ति के मौजूद होने की मनगढ़ंत बात कही गई थी |घनश्याम शुक्ला द्वारा जांच कमेटी के सामने जांच के मामले को उलझाने के लिए तीसरे व्यक्ति के मौजूद होने के मनगढ़ंत कहानी गढ़ी गई थी ।परंतु पुलिस द्वारा अब तक की अपने विवेचना में घनश्याम शुक्ला के गढ़ी कहानी में तीसरे व्यक्ति की बात को पूरी तरह निराधार पाया गया है ।
अब तक हुई पुलिस की जांच में पीड़िता और आरोपी के अलावा किसी तीसरे व्यक्ति की मौजूदगी का कोई प्रमाण नहीं मिला ।पुलिस द्वारा भौतिक तथा इलेक्ट्रॉनिक वर्जन के जाँच द्वारा घनश्याम शुक्ला के बयान को झूठा पाया गया ।
वहीं पुलिस की जांच में दुष्कर्म के प्रयास तथा हत्या के प्रयास के पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने की बात कही गयी है ।पुलिस अब शासन द्वारा नामित जांच अधिकारी के आने के पहले ही आरोपीय घनश्याम शुक्ला को गिरफ्तार कर लेना चाह रही है ।
इसी क्रम में आरोपी को पनाह देने वाले उसके ससुराल पक्ष के लोगों को हिरासत में लेकर आरोपी के बारे में पूछताछ कर रही है।
बता दें कि ये पूरा घटनाक्रम बीती 12 नवंबर की रात का है, जब महिला मजिस्ट्रेट अपने घर पर अकेली थी। रात 1 बजे आरोपी नायब तहसीलदार लेडी मजिस्ट्रेट के घर पर जा धमका। आरोपी ने दरवाजा खटखटाया लेकिन देर रात होने की वजह से लेडी नायब तहसीलदार ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद आरोपी नायब घर के पीछे पहुंच गया और घर के पीछे का दरवाजा लात मारकर तोड़ दिया और घर में घुस गया