संविदा कर्मचारी संघ ने मांग किया कि कर्मचारियों को मस्टरोल व्यवस्था के तहत समायोजित कर कार्य कराया जाये तथा मस्टरोल व्यवस्था के तहत समायोजित करने तक कार्य के अनुरूप अनुबन्ध किया जाये, कर्मचारियों को 18000/- वेतन का भुगतान किया जाये या सैनिक कल्याण निगम की भांति वेतन का भुगतान किया जाये या समान कार्य का समान वेतन दिया जाये एवं मानक के अनुरूप सुरक्षा उपकरण दिया जाये, ई०पी०एफ० घोटाले की जांच करायी जाये, घायल कर्मचारियों का उपचार कराया जाये, घायल कर्मचारियों द्वारा उपचार में व्यय की गयी धनराशि को संविदाकारों के बिल से काट कर दिया जाये, मृतक कर्मचारियों के परिजनों को 10 लाख दुर्घटना हित लाभ दिया जाये, कर्मचारियों को 60 वर्ष की अवस्था तक कार्य करने की अनुमति दिया जाये, महिला कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश दिया ।
संघ ने बताया कि पावर कार्पोरेशन प्रबन्धन द्वारा उक्त मांगों का समाधान करने के स्थान पर मार्च 2023 में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उ0प्र0 द्वारा किये गये हड़ताल में हजारों संविदा कर्मचारियों को, अप्रैल 2023 में उपकेन्द्र परिचालक सहायक के नाम पर हजारों संविदा कर्मचारियों को तथा नवम्बर 2023 में शक्ति भवन मुख्यालय लखनऊ से 40 संविदा कर्मचारियों को कार्य से हटा दिया गया जिसको ध्यान में रखकर संघ द्वारा पावर कार्पोरेशन प्रबन्धन का ध्यान संविदा कर्मचारियों की समस्याओं की तरफ आकृष्ट करने हेतु 11 चरणों में ध्यानाकर्षण कार्यक्रम किया गया। किन्तु पावर कार्पोरेशन प्रवन्धन द्वारा कार्यक्रम का संज्ञान नहीं लिया गया जिसके कारण संघ द्वारा 12वें चरण में दिनांक 5 फरवरी 2024 को शक्ति भवन लखनऊ पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें आपके कार्यक्षेत्र में कार्य कर रहे संविदा कर्मचारी भाग लेंगे जिससे सप्लाई ठप होने या फाल्ट की समस्या आने पर कोई जिम्मेदारी नही रहेगी ।